Debt Mutual Funds में क्यों आया बंपर निवेश? AUM पहली बार 41 लाख करोड़ के पार, क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Debt Mutual Funds: डेट फंड्स में दमदार इनफ्लो के दम पर पहली बार इंडस्ट्री का AUM 41 लाख करोड़ के पार पहुंच गया. एक्सपर्ट का मानना है कि इकोनॉमी के ब्याज दरों और महंगाई जैसे अहम इंडिकेटर्स में दिख रहे बदलाव के चलते डेट फंड्स को लेकर आकर्षण देखा गया.
(Representational)
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Debt Mutual Funds: म्यूचुअल फंड के अप्रैल महीने के आंकड़ों के निवेशकों का काफी बदला ट्रेंड नजर आया. पिछले महीने इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (Equity Mutual Funds) में इनफ्लो करीब 57 फीसदी (YoY) घटकर 6,480 करोड़ रुपये रह गया. वहीं, डेट म्यूचुअल फंड्स (Debt Mutual Funds) में निवेश 95 फीसदी (YoY) उछलकर 1 लाख करोड़ के पार पहुंच गया. मार्च में इक्विटी कैटिगरी में 20,534 करोड़ का इनफ्लो था. जबकि, इसी महीने में डेट फंड्स से निवेशकों ने 56,884 करोड़ रुपये की निकासी की थी. डेट फंड्स में दमदार इनफ्लो के दम पर पहली बार इंडस्ट्री का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 41 लाख करोड़ के पार पहुंच गया. एक्सपर्ट का मानना है कि ब्याज दर और महंगाई जैसे अहम इंडिकेटर्स में दिख रहे बदलाव के चलते डेट फंड्स को लेकर आकर्षण देखा गया.
Debt Mutual Funds में क्यों आया जबरदस्त निवेश?
SAMCO MF के सीईओ विराज गांधी का कहना है, अप्रैल महीने में डेट स्कीम्स में सालाना आधार पर निवेश 95 फीसदी बढ़कर 1,06,677 करोड़ रुपये हो यगा. इसके दम पर पहली बार इंडस्ट्री का एयूएम 41 लाख करोड़ के पार पहुंच गया. पिछले महीने में LTCG को हटाए जाने के बावजूद इस सेगमेंट में इस तरह का इनफ्लो इस बात का एक मजबूत संकेत है कि आगे कैसा निवेशकों का मूड कैसा रहने वाला है. उनका कहना है, मौजूदा ब्याज दरों की साइकिल में पिक आउट से नीचे आने के संकेत और महंगाई डेटा में कुछ राहत डेट ओरिएंटेड स्कीम्स में इस तरह के जबरदस्त निवेश की अहम वजह होनी चाहिए.
मोतीलाल ओसवाल एएमसी के चीफ बिजनेस ऑफिसर अखिल चतुर्वेदी का कहना है, निवेशकों को डेट मार्केट के बेहतर माहौल का फायदा उठाया है. डेट फंड्स के टैक्सेशन नियमों में बदलाव के चलते निवेशकों ने हाइब्रिड फंड्स में एलोकेशन बढ़ाया. इसके चलते भी डेट फंड्स में निवेश को बूस्ट मिला.
Debt Funds: किस कैटेगरी में कितना निवेश
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, डेट फंड्स में निवेशकों ने बड़े पैमाने पर निवेश किया है. इस कैटिगरी में कुल 1,06,677 करोड़ रुपसे का इन्फ्लो दर्ज किया गया. मार्च में डेट फंड्स से निवेशकों ने 56,884 करोड़ रुपए की निकासी की थी. हायब्रिड स्कीम्स में अप्रैल में कुल 3,316 करोड़ रुपये का इन्फ्लो आया था. मार्च में इस कैटिगरी से 12,372 करोड़ रुपये की निकासी की गई थी.
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डेट फंड्स की कैटेगरी के आधार पर इनफ्लो की बात करें, तो लिक्विड फंड्स में सबसे ज्यादा 63,219 करोड़ रुपये, मनी मार्केट फंड्स में 13961 करोड़ रुपये, अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स में 10662 करोड़ रुपये और ओवरनाइट फंड्स में 6107 करोड़ रुपये का निवेश दर्ज किया गया.
AMFI की तरफ से जारी डाटा के मुताबिक, बीते महीने इक्विटी फंड्स इनफ्लो 68 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई. इक्विटी फंड्स में अप्रैल में कुल 6,480 करोड़ रुपये का निवेश आया. मार्च में इस कैटिगरी में 20,534 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज किया गया था. टोटल असेट अंडर मैनेजमेंट 41.61 लाख करोड़ रुपये का रहा. मार्च में यह 39.42 लाख करोड़ रुपये का था.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड्स में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
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04:12 PM IST